खीर (Kheer) भारतीय मिठाइयों में से एक है, जिसमें चावल, दूध और चीनी का मिश्रण बनाया जाता है। इस लेख में, हम आपको खीर के विभिन्न प्रकारों के बारे में बताएंगे।
जानिए कि खीर कितने प्रकार के होते हैं और उनके विशेषताओं के बारे में।
खीर : खीर का उल्लेख इतिहासकारों के अनुसार संस्कृत शब्द क्षीरिका (जिसका अर्थ होता है दूध से तैयार व्यंजन) से लिया गया है, चौदहवीं शताब्दी में गुजरात के पद्मावत में यह पाया जाता रहा है। इसकी उत्पत्ति का मूल मंदिरों और धार्मिक किंवदंतियों से जुड़ा हुआ है
खीर को पायसम भी कहा जाता है, जिसमें धीमी पके हुए चावल, दूध और चीनी से बनी एक ठंडी दक्षिण एशियाई मिठाई, चावल के हलवे की तरह बनाया जाता है। इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए आमतौर पर केसर, इलायची, किशमिश, और / या विभिन्न नट्स, विशेष रूप से पिस्ता, काजू और बादाम को मिलाया जाता है।
खीर को ‘परमान्न‘ तथा ‘ब्रह्मान्न‘ नाम से भी जाना जाता है।
खीर (Kheer) कितने प्रकार के होते है
खीर को ऐसे तो कई प्रकार से बनाये जाते है, परन्तु खीर के कुछ प्रचलित प्रकार है जो निम्नवत है
- चावल की खीर
- साबुदाना की खीर
- मखाना की खीर
- गाजर की खीर
- पनीर की खीर
- दलिया की खीर
- गुड़ की खीर
- शक्करकंदी की खीर
- सीताफल की खीर
- खजूर गुड़ी की खीर
- सेवई की खीर
- मुंगदाल की खीर
- गुड़वाली गेंहू की खीर
- बाजरे की खीर
- सेब की खीर
खीर (Kheer) बनाने की विधि
चावल की खीर बनाने की विधि
चावल की खीर बनाने के लिए सबसे पहले हमें 1 किलो दूध को अच्छे से गरम कर लेना चाहिए एवं 100 ग्राम चावल को अच्छे से साफ करके भिगो देना चाहिए।
जब चावल अच्छे से भीग जाए तब उसे पानी से निकाल कर उबलते हुए दूध में डालना चाहिए, फिर उसे हिलाते रहना चाहिए, जब दूध में चावल अच्छे से मिक्स हो जाए और खीर गाढ़ा हो जाय,
तब उसमें काजू, किसमिस ,बादाम डालने चाहिए फिर उसमें चीनी सौ ग्राम डालनी चाहिए और अच्छे से हिलाना चाहिए, इस तरह से 1 घंटे में चावल की खीर बन कर तैयार हो जाएगी,
उसके बाद हम केसर भी डाल सकते है, चावल की खीर त्योहारों पर बनाने की प्रथा हमारे यहां शुरु से ही चली आ रही है हर देवी देवताओं को चावल की खीर (Kheer) का भोग लगाया जा सकता है।
साबुदाना की खीर बनाने की विधि
साबूदाने की खीर (Kheer) बनाने के लिए हमें साबूदाने को पहले कुछ समय के लिए भिगोकर रखना देना चाहिए, एवं हमें दूध को अच्छे से उबालते रहना चाहिए, दूध को उबाल आने पर हमें उसमें साबूदाने डाल देना चाहिए।
खीर के गाढ़ा हो जाने पर उसमें चीनी डालकर, उसमें काजू किसमिस बादाम इलाईची केसर किसमिस डाल देना चाहिए