300+ Short Stories With Moral in Hindi For Kids 2024 | Free मजेदार कहानियाँ

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Short Stores in Hindi बच्चों के साथ ही बड़ों को भी प्यारी लगती है। बच्चों के लिए कहानियाँ सिर्फ मनोरंजन का एक माध्यम ही नहीं होतीं, बल्कि उन्हें जीवन की मूलभूत सीखें देने का भी एक सरल तरीका होता है। कहानियों के माध्यम से बच्चों को सिखाने की शक्ति मिलती है, जो उन्हें सिर्फ नैतिक तथा सामाजिक मूल्यों की ही नहीं, बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को भी समझने में मदद करती हैं। यही कारण है कि हिंदी की छोटी-छोटी कहानियाँ बच्चों के बीच इतना लोकप्रिय हैं। इन कहानियों के माध्यम से ही बच्चों को नई प्रेरणा मिलती है और उन्हें सही राह पर चलने का रास्ता मिलता है।

Contents
Short Stories With Moral in Hindi For Kids 20241# लालची शेर की कहानी2# गुब्बारे की यात्रा3# बंदर का आदर्श4# बिल्ली और झरने की कहानी5# बिल्ली और चूहे की दोस्ती6# खरगोश और कछुआ की दोस्ती7# चिड़िया की मित्रता8# बाघ और बंदर की दोस्ती9# चिंटू की परीक्षा10# जादूगर की टोपी11# गायब हुई खिलौना12# विद्यालय का चमत्कार13# सोनू का बालूशाह14# कालू और बालू की दोस्ती15# बंदर की खोज16# सफलता का रहस्य17# बुद्धिमान चिड़िया18# खोजक बालक19# बुद्धिमान बंदर20# गर्मी का संतुलन21# सच्ची मित्रता22# बारिश का त्योहार23# खोजने का सफर24# अच्छाई का दृष्टिकोण25# समझदार शेरनी26# खोजीखान27# सहायक गाय की कहानी (Hindi Story of Cow)28# गाँव की दादी माँ29# गुब्बारे का सफर30# बालक और चिड़िया का संवाद31# पिता की सीख32# नन्ही लालटेन33# चालाक चूहा की कहानी (Hindi Story of Rat)34# सच्चाई की जीत (Hindi Story of Honesty)35# गरीबी का संघर्ष36# एकता का महत्व37# संजीवनी बूटीFinal Words

उन्हें नैतिकता, संवेदनशीलता और जीवन के मूल्यों का समझने का भी तरीका प्रदान करती हैं। ये छोटे-बड़े Moral Short Stories in Hindi for Kids वास्तव में अद्वितीय हैं क्योंकि इनसे हर बच्चा अपने भविष्य के लिए प्रेरित होता है।

इन कहानियों में छिपी हुई सच्चाई, नैतिकता, और प्रेरणा हर व्यक्ति को जीवन में सफलता की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती है। इसलिए हिंदी कहानियाँ सभी के दिलों को छू जाती हैं, चाहे वो छोटे हों या बड़े।

हिंदी में बच्चों के लिए नैतिक कहानियाँ एक विशेष जगह रखती हैं। इन कहानियों में भिन्नता का अद्भुत संगम होता है। वे किसी राजा-रानी की कहानी हों, किसी जानवर की कहानी हों, या

फिर भूतों, पक्षियों की कहानियों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। यहाँ से उठेगा वह अनन्य साहित्य जिसमें हर कहानी अपने आप में एक सबक लेकर आती है।

बिना समय बर्बाद किए, आइए, उन सभी छोटी-बड़ी मजेदार कहानियों काे पढ़े, जो आपको न केवल आपका मनोरंजन करेंगी बल्कि आपके चारों ओर की दुनिया के प्रेरणादायक सिद्धांतों को भी आपके सामने प्रस्तुत करेंगी।

Short Stories With Moral in Hindi For Kids 2024

बच्चों को इन बेहतरीन Hindi Short Stories से रूबरू कराने के लिए मैंने आज आपके लिए यह लेख “Short Stories With Moral in Hindi For Kids” प्रस्तुत किया है।

ये कहानियां सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि हर उम्र के व्यक्ति को भी मोहित करती हैं। इन कहानियों में जीवन के रंग-बिरंगे पल, खुशियों के बादल और दुःख के गहरे समुंदर सजीवता से परिपूर्ण हैं।

जब आप इन Moral Stories को पढ़ते हैं, तो आपकी भावनाओं का सफर भी साथ चलता है। तो बिना किसी देरी के, चलिए, इस अद्वितीय सफर में हम साथ चलें, और इन नैतिक कहानियों के सहर्ष संगीत में खो जाएँ।

Cute lion cartoon character illustration

एक गरम दिन के जंगल में, एक शेर को बहुत जोरों से भूख लगी थी। उसने खाने की तलाश में इधर-उधर भटकना शुरू किया। थोड़ी देर खोजने के बाद, उसे एक खरगोश मिला। लेकिन उसे वह बहुत छोटा लगा, इसलिए उसने उसे छोड़ दिया।

फिर कुछ देर ढूंढने के बाद, रास्ते में उसे एक हिरण मिला। शेर ने उसका पीछा किया, परंतु उसने अत्यधिक खाने की तलाश में थक गया था, जिससे उसे हिरण को पकड़ नहीं पाया।

अब जब उसे कुछ भी खाने को नहीं मिला, तो वह फिर सोचने लगा कि क्यों उसने उस खरगोश को छोड़ दिया था। जब वह वापस उसी स्थान पर गया, तो उसे खरगोश नहीं मिला क्योंकि वहाँ से वह चला गया था।

अब शेर बहुत दुखी हो गया था और बहुत दिनों तक भूखा रहना पड़ा।

एक बार की बात है, एक छोटा सा गुब्बारा ऊपर ऊड़ता हुआ देखा गया। उसने देखा कि सभी पक्षी और जानवर उसके ऊपर देख रहे थे। गुब्बारा बहुत उत्साहित था और सोचा, “मैं भी उनकी तरह ऊपर ऊड़ना चाहता हूँ।”

गुब्बारा ने ऊपर की ओर उड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह जमीन पर ही गिर गया। गिरते हुए उसने एक बूँद को देखा, जो कि उसके साथी गुब्बारों की तरह ऊपर चली जा रही थी।

गुब्बारा ने समझा कि उसकी ताकत और ताकतवर नहीं है, लेकिन उसकी अपनी विशेषता है। वह ऊपर से नहीं, बल्कि नीचे से खूबसूरती से दिखता है। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ा और वह अपनी अनूठीता को स्वीकार कर लिया।

एक जंगल में एक बंदर रहता था। वह बहुत ही निराला और अद्भुत बंदर था। उसकी विशेषता थी कि वह हमेशा दूसरों की मदद करने को तैयार रहता था।

एक दिन, जंगल में भारी बारिश हो गई। एक किसान अपने गाड़ी से जा रहा था और उसकी गाड़ी में फंस गई। बंदर ने उसकी मदद की और उसको बचाने में सहायता की।

बारिश के बाद, किसान ने बंदर को धन्यवाद कहा और उसकी मदद के लिए उसे एक मिठाई का टुकड़ा दिया। बंदर ने उस मिठाई को नाप करके अपने खाने में नहीं डाला, बल्कि उसने उस मिठाई को दूसरे जंगली जानवरों के साथ बांट दिया।

उसने सिखाया कि सहायता करना और साझा करना हमेशा अच्छा होता है।

एक बार की बात है, गांव के पास एक जंगल था। जंगल में एक बड़ा सा पेड़ था, जिसके पास एक छोटा सा झरना था। झरने के पास एक बिल्ली रहती थी, जो कि बहुत ही अद्भुत थी। वह हमेशा अपनी मित्रों के साथ मस्ती करती थी।

एक दिन, बिल्ली को झरना बहुत अच्छा लगने लगा। उसने सोचा, “मुझे भी झरने में नहाना है!” बिल्ली ने झरने के नजदीक जाकर पानी में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वह पानी में नहीं जा पायी।

बिल्ली बहुत ही चिंतित हो गई और उसने अपने मित्रों से पूछा, “मैं झरने में कैसे जाऊँ?” उसके मित्रों ने उसे समझाया कि वह जंगल के अन्य झरनों का सहारा ले सकती है। बिल्ली ने उनकी सलाह ली और अब वह हर रोज़ नए झरने का आनंद लेती है।

यह कहानी हमें सिखाती है कि कभी-कभी हमें अपनी आसानी के लिए अन्यों की सहायता लेनी पड़ती है।

गांव में एक बार एक छोटी सी बिल्ली रहती थी। उसका नाम मिट्टू था। मिट्टू बहुत ही खुशनुमा और खेलने का शौकीन था। एक दिन, वह जंगल में खेलने गई। वहाँ उसने एक चूहे से मिली।

चूहा भी बहुत खुशनुमा था और वह बिल्ली के साथ खेलने के लिए उत्सुक था। मिट्टू और चूहा मिलकर बहुत मजे से खेलने लगे। उनकी दोस्ती बढ़ती गई और वे एक-दूसरे के साथ हमेशा मिलकर खेलने लगे।

जंगल में उनकी यह अनोखी दोस्ती सभी को हैरान कर देती थी। वे साथ में खेलने के साथ-साथ अपने दिल की बातें भी साझा करते थे। उनकी दोस्ती हमेशा सच्ची और निरंतर रही।

इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि सच्ची मित्रता में उम्र कोई बड़ी नहीं होती, बल्कि यह दिल से होती है।

एक गरम दिन की बात है, एक खरगोश ने एक कछुए को पानी के किनारे आराम करते हुए देखा। खरगोश ने उसे पूछा, “तुम पानी में क्यों नहाते हो?”

कछुआ ने कहा, “पानी में नहाना मुझे अच्छा लगता है और इससे मेरी त्वचा भी स्वच्छ रहती है।”

खरगोश ने भी उसके साथ पानी में नहाने की कोशिश की। लेकिन वह तो पानी में ही गुल हो गया।

कछुआ ने उसे बचाया और उसके साथ दोस्ती कर ली। वे दोनों मिलकर हर दिन पानी में नहाते और खेलते

इस Short Stories से हमें यह सिख मिलती है कि अगर हम अपनी दोस्ती में सहायक होते हैं, तो हमें हमेशा अच्छा ही फल मिलता है।

एक बार की बात है, एक छोटी सी चिड़िया अपने आस-पास के जंगल में उड़ती फिरती थी। एक दिन, उसने एक बड़े पेड़ के ऊपर एक और छोटी सी चिड़िया को देखा।

वह दोनों मिलकर बहुत खुश हो गईं और उनकी अद्भुत दोस्ती की शुरुआत हो गई। उन्होंने साथ में खेलना, उड़ना और खाना खाना शुरू किया।

चिड़िया ने अपनी मित्रता के साथ बहुत सारे अनुभव और यात्राएँ की। उनकी दोस्ती की कहानी जंगल के हर कोने में फैल गई।

इस Motivational Short Stories से हमें यह सिख मिलती है कि अगर हमें किसी नए संबंध की खोज है, तो हमें स्वीकार करना चाहिए और उससे एक अच्छा और सुखद रिश्ता बनाना चाहिए।

जंगल में एक बाघ और एक बंदर एक-दूसरे को मिले। पहले वे एक-दूसरे से डरते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी दोस्ती बढ़ी।

बाघ और बंदर ने साथ में खेलना और मस्ती करना शुरू किया। उन्होंने मिलकर जंगल के सभी खेलों में भाग लिया और हर दिन नयी खोजें की।

जब कभी बाघ थक जाता तो बंदर उसे खिलाता और पानी पिलाता। और जब कभी बंदर को भूख लगती, तो बाघ उसे खाना देता।

इस तरह, उनकी अद्भुत दोस्ती ने जंगल को और भी सुंदर बना दिया। उनका प्यार और सहयोग हमेशा एक-दूसरे की मदद करता और जंगल की शान बढ़ाता।

चिंटू नामक एक बच्चा था जो अपनी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा था। उसने अपनी परीक्षा की तैयारी में बहुत मेहनत की, परन्तु उसे लगा कि उसका मन उसकी पढ़ाई में लगा नहीं रहा है।

एक दिन, चिंटू के पास एक चमत्कारिक पुस्तक आई। वह पुस्तक को खोलते ही, उसमें एक परीक्षा के बारे में कहानी थी।

कहानी के माध्यम से, चिंटू ने समझा कि परीक्षा अधिकतर आत्म-विश्वास और सही दिशा की जरूरत है, और यह उसके मन में आत्म-विश्वास और सकारात्मकता भर दिया।

चिंटू ने अपनी परीक्षा में बहुत अच्छे अंक प्राप्त किए और सभी को हैरान कर दिया। इससे उसका आत्म-विश्वास और अभिवादन किया गया।

10# जादूगर की टोपी

एक गाँव में एक जादूगर रहता था जिसका नाम रामू था। रामू के पास एक चमत्कारिक टोपी थी, जिसके जरिए वह किसी भी वस्तु को अपनी मर्ज़ी से गायब कर सकता था।

एक दिन, रामू ने गाँव के बच्चों को अपने जादू का प्रदर्शन किया। वह अपनी टोपी पहनकर अनेक वस्तुओं को गायब कर दिखाता और बच्चों को हेरान करता।

एक बच्चे ने रामू से पूछा, “रामू चाचा, क्या मैं भी आपकी टोपी पहन सकता हूँ?”

रामू ने हां कहा और उसने टोपी उस बच्चे को दी। परन्तु बच्चा ने टोपी पहनने के बाद दिखावा किया, तो उसका कोई असर नहीं हुआ।

रामू ने बच्चे को समझाया कि जादूगरी टोपी का असली जादू उसकी ईमानदारी, ईमानदारी और मेहनत में होता है।

11# गायब हुई खिलौना

राधा के पास एक प्यारा सा गुब्बारा था, जिसे उसने अपनी जन्मदिन पर गिफ्ट में पाया था। राधा हर दिन उस गुब्बारे के साथ खेलती और खूब मस्ती करती थी।

एक दिन, राधा अपने गुब्बारे को खो देखी। उसने हर जगह खोजा, परन्तु गुब्बारा नहीं मिला। वह बहुत उदास हो गई।

कुछ दिनों बाद, राधा को उसका गुब्बारा मिला, लेकिन वह टूट चुका था। राधा ने समझा कि यह टूटा हुआ गुब्बारा उसकी जिंदगी का एक हिस्सा था, जो उसकी यादों में सदा के लिए बना रहेगा।

12# विद्यालय का चमत्कार

रवि ने एक नए विद्यालय में प्रवेश किया। वह विद्यालय के नए मित्रों और अध्यापकों के साथ अच्छी तरह से मिल बैठा।

एक दिन, उसने अपने विद्यालय के बारे में एक किताब पढ़ी जिसमें विद्यालय के चमत्कारों के बारे में लिखा था। रवि ने उस चमत्कार को देखने का निर्णय किया।

वह विद्यालय के अनुभवों को और भी महसूस करने लगा और हर दिन नए चमत्कारों का अनुभव करता था। वह जानता था कि विद्यालय उसके लिए एक सच्चा संगठन है, जो उसकी शिक्षा और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

विद्यालय के चमत्कार के रहस्यों का पता चलने के बाद, रवि ने विद्यालय की हर गतिविधि में उत्साह से भाग लिया। उसने खेल में भाग लिया, गाने-नृत्य में भी अपनी हिस्सेदारी की।

विद्यालय में नयी नयी चीज़ों का अध्ययन करके उसका मन बहुत खुश हो गया। वह अपने मित्रों के साथ एक-दूसरे को समझने और सहायता करने में भी सक्षम हो गया।

विद्यालय का चमत्कार उसने सच में महसूस किया, जो उसकी जिंदगी को सजीव, रोचक और सीखप्रद बनाने में मदद करता रहा।

13# सोनू का बालूशाह

सोनू नामक एक छोटे से गाँव में रहता था। उसका सपना था कि वह एक बालूशाह बने। एक दिन, वह अपने गाँव के पास एक बड़े से पहाड़ पर जा रहा था।

वहाँ पहुँचकर उसने देखा कि पहाड़ के नीचे बड़े-बड़े बालूओं के ढेर लगे हुए हैं। सोनू ने उन बालूओं को एक-एक कर उठाया और एक महल बनाया।

उसके बाद, वह अपने गाँव के लोगों को उस महल की दीवारों पर अपने नाम से अपनी कहानी कहता और सभी को हैरान कर दिया।

सोनू ने सिखाया कि सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और निरंतर प्रयास की ज़रूरत होती है।

14# कालू और बालू की दोस्ती

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में कालू नामक एक गधा रहता था। वह अकेला था और उसे तनाव महसूस होता था।

एक दिन, कालू को एक बड़ा और भारी बालू मिला। उसने उसके साथ दोस्ती कर ली।

बालू ने कालू को सिखाया कि हर मुश्किल का सामना करने के लिए हमें अपनी ताकत को पहचानना और उसका सहारा लेना चाहिए।

कालू और बालू की दोस्ती देखकर सभी हैरान थे, क्योंकि यह एक अनोखा दृश्य था।

15# बंदर की खोज

एक जंगल में एक बंदर रहता था, जिसका नाम मोनू था। एक दिन, मोनू ने फलों की खोज में निकला। वह अलग-अलग पेड़ों की खोज करता रहा, परन्तु कहीं भी उसे चाहिए फल नहीं मिला।

तभी उसने एक नदी के किनारे पर एक बड़ा पेड़ देखा। वह पेड़ की ओर तेजी से बढ़ा और उसे अनेक मीठे फल मिले। मोनू ने उन्हें खाकर अपना पेट भर लिया और बहुत खुश हो गया।

उसने इस सीख को समझा कि कभी-कभी हमें अपने लक्ष्य को पाने के लिए दूर जाना पड़ता है, परन्तु उसका फल मीठा होता है।

16# सफलता का रहस्य

राजू नामक एक बच्चा अपने गाँव में रहता था। उसका सपना था कि वह अपने गाँव का सबसे बड़ा डॉक्टर बने। लेकिन उसके पास न कोई पैसे थे और न ही उसके पास अच्छे स्कूल जाने का मौका था।

राजू ने हार नहीं मानी और हर दिन स्कूल के पुस्तकालय में समय बिताना शुरू किया। वह खुद से स्वयं को पढ़ाई करने लगा और अपने सपने को पूरा करने के लिए मेहनत करता रहा।

उसकी मेहनत और लगन ने उसे उसके सपने के क़रीब ले जाया। आज वह एक प्रमुख डॉक्टर है और अपने गाँव के लोगों की सेवा कर रहा है।

17# बुद्धिमान चिड़िया

एक जंगल में एक बुद्धिमान चिड़िया रहती थी। उसका नाम चिंटू था। चिंटू ने हमेशा सोचा कि वह अपने जंगल के सभी प्राणियों को कुछ सिखाता है।

एक दिन, चिंटू ने देखा कि एक बाघ अपनी माँ को खोज रहा है। चिंटू ने बाघ को उसकी माँ के निशान दिखाए और उसकी मदद की। बाघ ने उसकी मदद से अपनी माँ को ढूँढ़ लिया।

उसकी बुद्धिमानी ने सभी को हैरान किया और सबने उसका सम्मान किया। चिंटू ने सिखाया कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि वह हमें अच्छे और सफल इंसान बनाता है।

18# खोजक बालक

राहुल नामक एक बच्चा अपने गाँव में रहता था। वह बहुत जिज्ञासु और खोजक बालक था। एक दिन, उसने एक पुराने पुस्तक में पढ़ा कि जंगल में एक गुप्त खजाना छिपा हुआ है। राहुल ने तुरंत उस खजाने की खोज में निकलने का फैसला किया।

वह अपने दोस्तों को साथ लेकर जंगल की खोज में निकला। उन्होंने विभिन्न राज्यों की खोज की, परंतु खजाना नहीं मिला। अंत में, उन्होंने अपने गाँव के पास ही खजाने को पाया।

खोज करते करते राहुल ने यह सिखाया कि कभी-कभी, हमारा सच्चा खजाना हमारे आस-पास ही होता है, हमें उसे पहचानने की ज़रूरत होती है।

19# बुद्धिमान बंदर

एक जंगल में एक बंदर रहता था जिसका नाम मनी था। मनी बहुत होशियार था और उसे हमेशा अधिक सीखने की ख्वाहिश रहती थी।

एक दिन, उसने एक बड़े वृक्ष की ऊंचाई से फल गिराते हुए देखा। मनी ने एक तार का फ़ायदा उठाया और उसके सहारे से फल उठा लिया।

उसने यह सीखा कि हर समस्या का हल होता है, हमें बस सही तरीके से सोचना होता है। यह कहानी हमें यह शिखाती है कि हमें हमेशा समस्याओं का सामना करने के लिए संवेदनशील और समझदार रहना चाहिए।

20# गर्मी का संतुलन

गर्मी के दिनों में जंगल के सभी प्राणी थक जाते थे। एक छोटा सा चूहा भी गर्मी से परेशान था।

उसने अपने दोस्त चिड़िया से सलाह ली। चिड़िया ने उसे सिखाया कि गर्मी में संतुलन बनाए रखने के लिए उसे जल के पास रहना चाहिए।

चूहा ने चिड़िया की सलाह मानी और जल के पास एक छोटा सा गुफा बनाया। वहां उसे ठंडा मिलने लगा और वह गर्मी से बच गया।

21# सच्ची मित्रता

रोहन और अमित दोनों ही एक गाँव में रहते थे। वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे के साथ खेलते थे।

एक दिन, रोहन की माँ बिमला उन्हें बिल्ली पालने की सलाह दी। रोहन ने बिल्ली को घर लाया और वह और अमित मिलकर उसकी देखभाल करने लगे।

उनकी मित्रता और साझेदारी ने उन्हें बहुत ही सच्चे और प्यारे दोस्त बना दिया। वे दोनों मिलकर अपनी बिल्ली को प्यार से पालते और उसके साथ खुशी-खुशी खेलते थे।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्ची मित्रता में साझेदारी और सहायता का महत्व होता है।

22# बारिश का त्योहार

गाँव के बच्चे हर साल बारिश के मौसम में खुश हो जाते थे। वे सभी खुशी-खुशी उन्हें खेलते और उन पर बारिश के बूंदों का मजा लेते।

एक दिन, सभी बच्चे मिलकर एक खास त्योहार मनाने का फैसला किया। उन्होंने तैयारी की और उन्होंने एक बड़े मैदान में बारिश के पानी से भरा हुआ तालाब बनाया।

बच्चे उस तालाब के चारों ओर घूमने लगे और उन्होंने बारिश का मजा उठाया। वे सभी हँसते-हँसते खेलते और आनंदित होते रहे।

इस खास त्योहार में बच्चों ने साझा किया खुशियों का जश्न और साथ ही बारिश के सौंदर्य का भी आनंद लिया।

23# खोजने का सफर

रामू नामक एक बच्चा अपने गाँव में रहता था। उसकी खासियत थी कि वह हमेशा कुछ नया खोजने के लिए तैयार रहता था। एक दिन, उसने सोचा कि वह अपने गाँव के पास छिपा हुआ खजाना खोजेगा।

रामू ने अपने दोस्त संजय को साथ लिया और उन दोनों ने मिलकर खोजने का सफर शुरू किया। वे चिराग और कुछ उपकरण लेकर जंगल में चले गए।

उन्होंने कई दिनों तक खोज की, परंतु खजाना नहीं मिला। लेकिन उनका यह सफर उन्हें बहुत कुछ सिखाया, जैसे कि संयम, साहस और सहयोग का महत्व।

खोजते-खोजते रामू ने यह अनुभव किया कि सफलता वहीं मिलती है जो निरंतर प्रयत्नशील और आत्मविश्वासी रहता है।

24# अच्छाई का दृष्टिकोण

आमिर एक छोटे से गाँव का रहने वाला बच्चा था। उसका दिल बड़ा ही साफ़ था और उसने कभी भी किसी से बुराई नहीं की थी। एक दिन, उसने अपने दोस्त राहुल को देखा जो एक किताब खोज रहा था।

आमिर ने राहुल की मदद की और उसकी किताब मिल गई। राहुल ने आमिर को बहुत शुक्रिया कहा और उसकी आच्छाई को सराहा। उसके बाद से, आमिर ने खुशी-खुशी दूसरों की मदद करना शुरू किया।

25# समझदार शेरनी

एक जंगल में एक शेरनी नामक जानवर रहता था, जिसका नाम मीना था। मीना बहुत होशियार और बुद्धिमान थी। वह हमेशा अपने बच्चों के साथ खेलती और उन्हें सीखाती थी।

एक दिन, जंगल में एक अजनबी शेर आया और मीना के बच्चों को हमला करने लगा। मीना ने अपनी बुद्धिमत्ता से उसका सामना किया और उसे जंगल से भगा दिया।

इस घटना से बच्चों ने सिखा कि अपनी माँ हमेशा हमारे साथ होती है और हमें हर समस्या का सामना करने की ताकत देती है।

26# खोजीखान

राज एक बुद्धिमान योद्धा था जो अपने गाँव के पास रहता था। एक दिन, उसने सुना कि जंगल में एक खजाना छिपा हुआ है। वह खोजने निकला और अपने दोस्तों को साथ लिया।

वे बहुत सारे जंगलों में खोजते रहे, परंतु खजाना नहीं मिला। अंत में, वे अपने गाँव के पास ही खजाने को पाया।

राज ने यह जानकर अपने दोस्तों को सिखाया कि अक्सर, हमारा सच्चा खजाना हमारे पास ही होता है, हमें उसे पहचानने की आवश्यकता होती है।

27# सहायक गाय की कहानी (Hindi Story of Cow)

एक छोटे से गाँव में रहने वाले लक्ष्मीपति के पास एक गाय थी। लक्ष्मीपति की संपत्ति दिन प्रतिदिन बढ़ रही थी।

एक दिन, गाय ने एक सोने का सिक्का पाया। लक्ष्मीपति को यह सोने का सिक्का देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ। वह समझ गया कि गाय ने अपनी मदद से इस सोने का सिक्का पाया है।

लक्ष्मीपति ने गाय को बड़ा धन्यवाद दिया और उसे अच्छी देखभाल की। वह समझ गया कि जब हम किसी की सहायता करते हैं, तो वह हमें भी सहायता करता है।

28# गाँव की दादी माँ

गाँव में एक बूढ़ी औरत रहती थी, जिसे सब दादी माँ कहकर पुकारते थे। वह बहुत ही सरल और दयालु थी।

एक दिन, गाँव में बड़ा हुआ बाढ़ आ गया और बूढ़ी दादी माँ के घर को भी जला दिया। वह अपने घर के सभी लोगों को बचाने के लिए बहुत मेहनत की।

दादी माँ ने बच्चों और बूढ़े लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया और उन्हें खिलाया-पिलाया। वह ने सभी की मदद की और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की साहसिकता दी।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हर मुश्किल में हमें धैर्य और साहस का परिचय होता है, और साथ ही हमें दूसरों की मदद करने की भावना भी होनी चाहिए।

29# गुब्बारे का सफर

रोहन एक छोटे से गाँव में रहता था। उसकी दिनचर्या में गुब्बारे उड़ाने का एक खास स्थान था। एक दिन, उसने अपने दोस्तों को साथ लेकर बालक मेला में गया।

वहाँ, रोहन ने एक बड़े संग्रहालय की तरह गुब्बारों का संग्रह देखा। उसने एक खूबसूरत रंगीन गुब्बारा चुना और उसे खरीद लिया।

रोहन और उसके दोस्तों ने गुब्बारे को उड़ाने के लिए खुशी-खुशी कई उपाय किए। वे गुब्बारे को हवा में उड़ाने के बाद खूब मजा लिया।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब हम अपने सपनों की ओर बढ़ते हैं, तो हमें खुशी मिलती है और हमारा मन उत्साह से भर जाता है।

30# बालक और चिड़िया का संवाद

एक दिन, एक बालक एक चिड़िया को देखकर चिड़िया से बोला, “आप इतना ऊँचा क्यों उड़ रही हैं?”

चिड़िया ने उत्तर दिया, “मैं ऊँचा उड़ रही हूँ क्योंकि मैं अपनी स्वतंत्रता का आनंद ले रही हूँ।”

बालक ने कहा, “लेकिन आपके पंख इतने छोटे हैं।”

चिड़िया ने कहा, “मेरे पंख छोटे हो सकते हैं, लेकिन मेरी सोच बड़ी है।”

बालक ने उसके उत्तर को सुनकर कुछ समझा और उसने कहा, “आपकी सोच को समझना मुझे भी सीखना होगा।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि आपके विचार और सोच की बड़ी महत्वपूर्णता होती है।

31# पिता की सीख

एक गाँव में एक बुद्धिमान पिता और उसका बेटा रहते थे। एक दिन, पिता ने अपने बेटे से पूछा, “तुम्हें गाँव के बाहर एक पेड़ का निर्माण करना है।”

बेटा ने उसे हाथ में पकड़ लिया और आगे चला गया। लेकिन उसे खुद को ध्यान में नहीं रखा, जिससे उसका काम अधूरा रह गया।

इसके बाद, पिता ने अपने बेटे से कहा, “ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण होता है। हमें हमेशा अपने काम को समर्पित रूप से करना चाहिए।”

बेटा ने अपने पिता के उपदेश को समझा और उसने फिर से पेड़ का निर्माण किया, लेकिन इस बार उसने ध्यानपूर्वक काम किया।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें हमेशा ध्यान और समर्पण से काम करना चाहिए, ताकि हमारे कार्य पूरे हों।

32# नन्ही लालटेन

एक छोटे से गाँव में रहने वाला एक लड़का था, जिसका नाम राजू था। राजू के पास एक नन्ही लालटेन थी, जो उसकी सबसे प्रिय खिलौना थी। राजू हमेशा रात को लालटेन के साथ अपने बिस्तर पर सोता था।

एक दिन, गाँव में बिजली की आई। राजू के पिता ने उसको बताया कि अब उसकी नन्ही लालटेन की जरूरत नहीं है। राजू ने दुखी मन से अपनी लालटेन को छोड़ दिया।

लेकिन राजू को बिना लालटेन के सोने में नींद नहीं आई। उसने समझा कि वास्तव में उसकी नन्ही लालटेन ही उसकी सहायक है।

राजू ने अपनी लालटेन को पुनः उठाया और उसकी महत्वता का आभास किया। अब राजू और उसकी लालटेन साथ-साथ नई सुबह का स्वागत करते हैं।

इस Short Stories से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी हमारी सबसे छोटी चीजें हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण होती हैं।

33# चालाक चूहा की कहानी (Hindi Story of Rat)

एक जंगल में एक बहुत ही चालाक चूहा रहता था। वह हमेशा दूसरे जानवरों को धोखा देने के लिए तैयार रहता था। एक दिन, वहने देखा कि एक खरगोश अपनी सब्जियों को काट रहा था।

चूहा ने सोचा कि यह एक अच्छा मौका है उसे धोखा देने के लिए। वह खरगोश के पास गया और उससे बोला, “अरे खरगोश, आपको पता है कि आसमान में एक भयंकर दिन होने वाला है।”

खरगोश डरकर पूछा, “सच में? क्या मैं अपनी सब्जियों को छोड़ दूँ?”

चूहा ने हँसते हुए कहा, “हां, बिल्कुल।”

खरगोश ने अपनी सब्जियों को छोड़ दिया और बिना देखे हुए चूहे के शब्द पर उसने भागना शुरू किया।

चूहा ने उसकी सब्जियां चुरा लीं और उसकी चालाकी को पराजित किया।

इस कहानी (Short Stories) से हमें यह सिखने को मिलता है कि धोखा देने का कोई भी अच्छा काम नहीं होता।

34# सच्चाई की जीत (Hindi Story of Honesty)

एक गाँव में एक बच्चा रहता था जिसका नाम रामू था। रामू का सपना था कि वह बड़ा होकर एक पुलिस अधिकारी बने। उसके पिता ने उसे हमेशा सिखाया कि सच्चाई को कभी नहीं छुपाना चाहिए।

एक दिन, गाँव में एक लोमड़ी ने बकरी के बच्चों को खाने के लिए हमला किया। लोग उसे पकड़ने के लिए भागने लगे, लेकिन रामू ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी।

पुलिस आई और लोमड़ी को गिरफ्तार करके गाँव के लोगों की सुरक्षा कर दी। लोग रामू की बहादुरी की सराहना करते थे।

बाद में, रामू को स्थानीय पुलिस अधिकारी बनाया गया। रामू ने सिद्ध किया कि सच्चाई और न्याय हमेशा जीतता है।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें सच्चाई पर स्थिर रहना चाहिए, चाहे वो कितनी भी कठिनाईयों के सामने क्यों ना हो।

35# गरीबी का संघर्ष

गाँव में एक गरीब परिवार रहता था जिसके पास खाने के लिए काफी कम धन था। बच्चों को पढ़ाई के लिए पर्याप्त पैसे भी नहीं थे। लेकिन इस गरीबी के बावजूद, उनके माता-पिता ने कभी हार नहीं मानी।

उन्होंने बच्चों को सिखाया कि किसी भी समस्या से पीछे हटने की बजाय सामना करना चाहिए। उन्होंने बच्चों को सिखाया कि मेहनत और लगन से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।

एक दिन, उनका बेटा ने स्कूल में बहुत अच्छे अंक प्राप्त किए और उन्हें छात्र वर्ग का प्रमुख बनाया गया। इससे परिवार को बड़ी खुशी हुई।

गरीबी का संघर्ष उन्होंने हमेशा संगठित रहकर और मेहनत करके पार किया। उन्होंने समझा कि गरीबी उनकी कमजोरी नहीं, बल्कि उनकी ताकत है जो उन्हें मजबूत बनाती है।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि गरीबी को हार मानने की जगह, हमें उससे लड़कर आगे बढ़ना चाहिए।

36# एकता का महत्व

एक छोटे से गाँव में तीन बच्चे रहते थे। वे अपने खेल-खिलौनों से बहुत खुश रहते थे। एक दिन, उन्हें एक सांप दिखाई दिया। सांप ने उनकी खेल-खिलौनों को बांध लिया और उन्हें डरा दिया।

बच्चों ने समझा कि अगर वे अलग-अलग बच गए तो सांप उन्हें अलग-अलग पकड़ लेगा। इसलिए वे एकता में रहकर मिलकर सांप को मार डाला।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि एकता में ही हमें समस्याओं का समाधान मिलता है। जब हम साथ मिलकर काम करते हैं, तो हम सभी मुश्किलातों को पार कर सकते हैं।

37# संजीवनी बूटी

एक बार की बात है, एक राजा के राज्य में अच्छे दिन चल रहे थे। लेकिन एक दिन राजा की रानी बीमार पड़ गईं। डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें एक विशेष संजीवनी बूटी की आवश्यकता है, जो केवल पहाड़ी के ऊपर पाई जाती है।

राजा ने अपनी सेना को बूटी ढूँढने के लिए भेजा, लेकिन वे कुछ भी नहीं ला सके। तब एक छोटा सा लड़का उनके पास आया और बताया कि वह जानता है कहाँ मिलेगी संजीवनी बूटी।

उस लड़के के मार्गदर्शन में, राजा ने बूटी को प्राप्त किया और रानी को उससे ठीक किया। राजा ने उस लड़के को बड़ा सम्मान दिया और उसे अपने दरबार का एक अहम हिस्सा बना दिया।

इस Moral Stories से हमें यह सिखने को मिलता है कि सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, जो किसी भी समस्या का हल निकालने में मदद कर सकता है।

Final Words

दोस्तों इस पोस्ट में दिये गये Short Stories एवं Moral Stories आपको खूब पंसद आयी होगी एवं साथ इनसे आपको ढ़ेर सारी बाते सीखने को मिली होगी।

आशा करते है आप इसे लाईक करेंगे एवं दोस्तों के साथ शेयर करेंगे। इस पोस्ट से जुड़ी किसी भी सुझाव एवं शिकायत को हमे कमेंन्ट के माध्यम से अवश्य बतावें। जिससे हम इसमें गुणात्मक सुधार कर सकें।

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मेरा नाम मनोज वर्मा है। मैं बिहार के छोटे से शहर मुजफ्फरपुर से हूँ। मैने अर्थशास्त्र ऑनर्स के साथ एम.सी.ए. किया है। इसके अलावे डिजाईनिंग, एकाउटिंग, कम्प्युटर हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग का स्पेशल कोर्स कर रखा हूँ। साथ ही मुझे कम्प्युटर मेंटनेंस का 21 वर्ष का अनुभव है, कम्प्युटर की जटिल समस्याओं को सूक्ष्मता से अध्ययन कर उनका समाधान करने एवं महत्वपूर्ण जानकारियों को डिजिटल मिडिया द्वारा लोगों तक पहुँचाना चाहता हूँ, ऑनलाईन अर्निंग, बायोग्राफी, शेयर ट्रेडिंग, कम्प्युटर, मोटिवेशनल कहानी, शेयर ट्रेडिंग, ऑनलाईन अर्निंग, फेमस लोगों की जीवनी के बारे में लोगो तक जानकारी पहुँचाने हेतु लिखता हूँ।
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