बाप कहइअ की बेटा पढ़इअ
के न जनइअ की बउआ कि कि करइअ
आठ बजइअ त सुत के उठइअ
खैने खायला लुसफुस करइअ
मुँह हाथ न धोयलक चाय पीअइअ
नौ दिन नहैयला केना क जीअइअ
पढ़े जाइअ बउआ त रसता में लड़इअ
मार पीट में न सकलक त गाड़ी परहइअ
पढे़ के बदला बउआ पैरवी करइअ
देखु ओ मास्टर साहेब हमरा समझ में न अवइअ
पढ़े के नाम पर बउआ कन्नी कटइअ
टीवी सिनेमा में डटल रहइअ
माय बाप के बात बउआ कुछो न बुझइअ
आजकल के बउआ के उलटे सुझइअ
बउआ से पुछु त कहत सतमा में पढ़इअ
बीस के पहाड़ा में तीस बार कुथइअ
आयल परीक्षा त चोरी करइअ
चोरी न चल अल त लोड़ ढारइअ
मैट्रीक में पढे़ बउआ बस पर घुमइअ
पइसा मगलक त मारे दौड़इअ
बोर्ड के परीक्षा में मेला लगइअ
पुलिस के देखलक त ओकर बाप भगइअ
बउआ पढ़इअ कि खेल करइअ
बाप माय के जेल भेजइअ
चीट चलइअ त बउआ खुब लिखइअ
नामो न लिखे आबे फस्ट करइअ
कॉलेज के बउआ बनल गमकउआ
कभी कभी पी लेइछन पानी वाला पउआ
मधु शिखर, सिगरेट पान खुब चबाइअ
उपर से तनि सानी चुना चटइअ
कवि सब देखकर रचना करइआ
आ बउआ के त करमात दिन रात बढ़ले जाइअ
Very nice