पंचतंत्र की कहानी: ब्राह्मण का उपहार को ठगा | Brahman Ka Uphar Inspirational Story in Hindi 2023

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Last Updated on 09/03/2023 by Editorial Team

ब्राह्मण का उपहार एक शिक्षाप्रद कहानी है जिससे शिक्षा मिलती है कि अपने ज्ञान पर भरोसा करना चाहिए, किसी के बात में नहीं आकर कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए। एक ब्राह्मण को उपहार में एक दिन एक बकरी मिली। वह बहुत खुश हुआ। वह उसे कंधों पर उठा कर, घर की ओर चल दिया।

रास्ते में तीन ठगों नें ब्राह्मण को बकरी को ले जाते देखा। उसमें से एक ने कहा-”वाह कैसी बढ़िया मोटी बकरी है।

दूसरे ने कहा-”यह हमारे लिए अच्छा भोजन होगा। चलो इसे किसी तरीके से हथिया ले?

”सुनो” तीसरे ने कहा। वह दोस्त के कान में फुसफुसाया-”मेरे पास एक योजना है।” उसकी योजना सुनकर सब हँस पड़े और योजना को कार्य रुप देने के लिए आगे आ गए।

जब ब्राह्मण सड़क से जा रहा था तो एक ठग पास जाकर बोला – ”श्रीमान उस कुत्ते को कंधे पर ऱख कर क्यों ले जा रहे है ? मैं हैरान हूँ कि ब्राह्मण ऐसा कैसे कर सकता है।”

”कुत्ता” ब्राह्मण गुस्से में चिल्लाया। यह बकरी है, जो मुझे उपहार में मिली है। ठग ने जवाब दिया-”महाशय, गुस्सा न हों, मैंने तो वही कहा, जो देखा। कृपया माफ करें।” ठग माफी माँग कर चला गया।

ब्राह्मण अभी कुछ ही दूर गया था कि दूसरा ठग भागता हुआ आया और बोला-”इस मरे हुए बछड़े को कंधो पर बिठा कर क्यों ले जा रहे है श्रीमान एक ब्राह्मण मरा हुआ जानवर उठाए, यह शोभा नहीं देता।”

ब्राह्मण खीझ कर बोला ”पागल हो गए हो, दिखता नहीं है, यह कोई मरा हुआ बछड़ा नहीं बल्कि जीवित बकरी है। ” ठग बोला- ”श्रीमान, आप गलती कर रहे है पर फिर भी आपको विश्वास नहीं होता तो मुझे कुछ नहीं कहना और वह मुस्कुराता हुआ चला गया।

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ब्राह्मण परेशान हो गया और अपनी बकरी को संदेह से देखते हुए वह चलता रहा।

जल्दी ही तीसरा ठग सामने आ गया। वह ब्राह्मण पर हँसा और बोला-”इतने विद्वान होकर, एक गधे को कंधो पर रख कर लिए जा रहे है। हर कोई आपकी खिल्ली उड़ा रहा है।”

अब तो ब्राह्मण का दिमाग चकरा गया। सचमुच शक होने लगा कि वह अपने घर बकरी ले जा रहा था यो कोई और जानवर। उसने सोचा कि वह जानवर कोई बुरी आत्मा है, जो कभी कुत्ते, बछड़े या गधे में बदल जाती है। शायद वे लोग ठीक थे।

उसने डर कर बकरी को कंधे से उतार फेंका और घर की ओर सरपट भागने लगा। तीनों ठग ब्राह्मण पर हँसने लगे। वे खुश थे, उनकी तरकीब काम कर गई थी।

शिक्षाः– अपनी बुद्धि लगाओ, दूसरों के बहकावे में मत आओ।

Conclusion

आशा करते है ब्राह्मण का उपहार हिन्दी कहानी अच्छी लगी होगी। ऐसे ही ढेरो शिक्षाप्रद कहानी को पढ़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करें।

Manoj Verma
Manoj Vermahttps://hindimejane.net
यह बिहार के छोटे से शहर से है. ये अर्थशास्त्र ऑनर्स के साथ एम.सी.ए. है, इन्होनें डिजाईनिंग, एकाउटिंग, कम्प्युटर हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग का स्पेशल कोर्स किया हुआ. साथ ही इन्होनें कम्प्युटर मेंटनेंस का 21 वर्ष का अनुभव है, कम्प्युटर की समस्याओं को सूक्ष्मता से अध्ययन कर उनका समाधान करते है, इन्होने महत्वपूर्ण जानकारियों को इंटरनेंट के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने के उद्देश्य से ऑनलाईन अर्निंग, बायोग्राफी, शेयर ट्रेडिंग, आदि विषयों के बारे में लिखते है। लिखने की कला को इन्होने अपना प्रोफेशन बनाया ये ज्यादातर कम्प्युटर, मोटिवेशनल कहानी, शेयर ट्रेडिंग, ऑनलाईन अर्निंग, फेमस लोगों की जीवनी के बारे में लिखते है. साहित्य में इनकी रुचि के कारण कहानी, कविता, दोहा को आसान भाषा में प्रस्तुत करते है।

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