धन की होगी वर्षा अगर गणेश चतुर्थी पर 10 साल बाद बन रहे संयोग एवं शुभ योग पर करें विधि विधान से निष्ठापूर्वक पूजा। जिससे गणेश जी होंगे प्रसन्न तो मिलेगा काफी ज्यादा।
भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष को गणेश चतुर्थी का त्योहार भगवान गणेश के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रुप में पूजा जाता है
गणेश चतुर्थी बुधवार, अगस्त 31, 2022 को है समयचतुर्थी तिथि प्रारम्भ - अगस्त 30, 2022 को शाम 03 बजकर 33 मिनट पर एवचतुर्थी तिथि समाप्त - अगस्त 31, 2022 को शाम 03 बजकर 22 मिनट
गणेश पूजा मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 24 मिनट से दोपहर 01 बजकर 54 मिनट परगणेश विसर्जन डेट - 9 सितंबर 2022 को अनंत चतुदर्शी के दिन
गणेश चतुर्थी के दिन बन रहे है ये शुभ योगरवि योग-सुबह 06 बजकर 23 मिनट से 01 सितंबर को सुबह 12 बजकर 12 मिनट पर
विजय मुहूर्त- रात 02 बजकर 44 मिनट से रात 03 बजकर 34 मिनट तकनिशिता मुहूर्त-सितम्बर 01 को सुबह 12 बजकर 16 मिनट से सितम्बर 01 को सुबह 01 बजकर 02 मिनट तक
गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा को अर्पित करें दुर्वा घास, मोदक, केले, सिंदुर आदि चीजें और पाए सौभाग्य समृद्धि धन सम्मान, प्रगति
मोदक-गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय है, ऐसे में जितने दिन गणेश जी को घर पर रहे प्रत्येक दिन मोदक का भोग जरुर लगाएँकेले-भगवान गणेश को केले भी काफी पंसद है। इसलिए इसे भोग में शामिल करें।