Last Updated on 09/03/2023 by Editorial Team
अर्धांगिनी: सेवानिवृत्ति के बाद रामलालजी ने अपनी बीबी रामकटोरी के साथ स्टेट बैंक में एक जॉइन्ट अकाउंट खुलवाया ?
जॉइंट अकाउंट में रिटायरमेंट बेनिफिट के ६0 लाख रूपये जमा हुये और नियमित पेंशन भी प्रारम्भ हो गई।
रामलाल जी ने एक दिन बीबी को ऑनलाइन बैंकिंग का सारा सिस्टम समझाया। साथ ही ओटीपी का महत्व भी बताया औऱ बताया कि जब तक मैं जिंदा हूं तब तक इस पर आधा हक तुम्हारा भी है। और सख़्त हिदायत भी दी कि किसी भी स्थिति में कभी भी किसी के साथ ओटीपी शेयर न करना ?
एक दिन रामलाल जी अपना मोबाइल घर पर ही भूलकर कहीं बाहर निकल गये ?
तीन-चार घण्टे बाद जब वे लौटे तो आते ही रामकटोरी से पूछा : ” कोई कॉल तो नहीं आया था ? “
रामकटोरी : ” बैंक वालों का आया था ? “
रामलाल जी ( घबराते हुये ) : ” ओटीपी से सम्बंधित तो नहीं था ? “
रामकटोरी ( गर्व से ) : ” अरे वाह! आप तो बड़े स्मार्ट हो ? हाँ ओटीपी ही पूछ रहे थे और कह रहे थे कि हमारे बैंकिंग स्टेटस को सिल्वर से हटाकर डायमंड में डालना है जो हमारे लिए बहुत बेनीफीशिल रहेगा ?”
रामलाल जी ( मंद स्वर में ) : ” हे भगवान ! कहीं तुमने उनको ओटीपी तो नहीं बता दिया ? “
रामकटोरी : ” अरे ! जब बैंक वाले खुद पूछ रहे थे तो क्यों न बताती ?? “
रामलाल जी का सिर चकराया और वो धम्म से सोफे पर बैठ गये ?
रामलाल जी हड़बड़ाकर मोबाइल हाथ में लेकर बैंक अकॉउंट चेक करने लगे और साथ ही बड़बड़ाये : ” अरी महातमन , गये अपने सारे लाखों रुपये , आज गये…..? “
लॉगिन के बाद चैक करने पर रामलाल जी सुखद आश्चर्य से भर उठे ? क्योंकि उनका अकाउंट सही सलामत था और साथ ही बैंक ने आज ब्याज की रकम भी जोड़ दी थी ?
फिर रामलाल जी ने रामकटोरी से पूछा : ” मोबाइल पर क्या तुमने सही ओटीपी बताया था ? “
रामकटोरी : ” हाँ जी , बिलकुल सही बताया था ? बैंक वाले बार-बार मुझसे कह रहे थे कि, फिर से चैक करके सही ओटीपी बताओ ? लेकिन मैंने कहा कि चैक करके ही बताया है ? फिर पता नहीं क्या हुआ , फोन पर बोलने वाला मुझ पर चिल्लाने लगा और गालियाँ बकने लगा तो मैंने भी गुस्से में आकर फोन काट दिया ।
रामलील जी : ” क्या था ओटीपी ? “
रामकटोरी : ” ओटीपी तो ८४०६ आया था । लेकिन अपना जॉइन्ट अकाउंट है न , तो मैंने अपना आधा ओटीपी ४२०३ ही उन्हें बताया ।
रामलाल जी ने अपनी बीवी का माथा चूम लिया और उसकी पीठ थपथपाते हुये बोले कि बीवी हो तो ऐसी ,वाकई में तुम मेरी अर्धांगिनी हो ।